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यूपी में अभी नहीं थमेगा बारिश का सिलसिला, अब तक 175 लोगों की मौत

<p style="text-align: justify;">लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में दुश्वारियों का सबब बनी बारिश से कम से कम एक और हफ्ते तक निजात मिलने की उम्मीद नहीं है. राज्य में हो रही जानलेवा बारिश के कारण हुए हादसों में पिछले 24 घंटों के दौरान 12 और लोगों की मौत हो गई. इसके साथ ही पिछली एक जुलाई से अब तक ऐसी दुर्घटनाओं में मरने वालों का आंकड़ा 175 तक पहुंच गया है.</p> <p style="text-align: justify;">आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान गोण्डा, बांदा और कानपुर देहात में बारिश के कारण हुए हादसों में दो-दो लोगों तथा अम्बेडकर नगर, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मिर्जापुर, लखनऊ और आजमगढ़ में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई.</p> <p style="text-align: justify;">सूबे में एक जुलाई से अब तक वर्षाजनित हादसों में 175 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा 144 लोग जख्मी भी हुए हैं. इनमें से ज्यादातर मौतें दीवार ढहने, पेड़ उखड़ने, बिजली गिरने और जमीन धंसने की घटनाओं में हुई हैं.</p> <p style="text-align: justify;">इस बीच, आंचलिक मौसम केन्द्र के निदेशक जे. पी. गुप्ता के मुताबिक अभी लगभग एक सप्ताह तक बारिश का सिलसिला नहीं थमेगा. हालांकि अब प्रदेश में भारी वर्षा नहीं होगी, लेकिन हल्की बारिश और बूंदाबांदी जारी रहेगी.</p> <p style="text-align: justify;">मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के पूर्वी भागों में ज्यादातर स्थानों पर जबकि पश्चिमी हिस्सों में कुछ जगहों पर बारिश हुई.कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा भी हुई.</p> <p style="text-align: justify;">इस दौरान मिर्जापुर, मुसाफिरखाना और चुर्क में 14-14 सेंटीमीटर, बहेड़ी और बरेली में 13-13, हैदरगढ़, ज्ञानपुर एवं रायबरेली में 12-12, लखनऊ, हंडिया, मुहम्मदाबाद और जौनपुर में 11-11, छतनाग और कुण्डा में आठ-आठ, फुरसतगंज, इलाहाबाद, ककरही और बरेली में सात-सात सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई.</p> <p style="text-align: justify;">अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के पूर्वी हिस्सों में अनेक स्थानों और पश्चिमी इलाकों में कुछ जगहों पर बारिश होने का अनुमान है. अगले दो दिनों तक सूबे के पूर्वी भागों में अधिकतर स्थानों पर बारिश होने की सम्भावना है. वहीं, छह अगस्त को पश्चिमी भागों में भी मानसून फिर से जोर पकड़ेगा और अनेक इलाकों में वर्षा होने के प्रबल आसार हैं.</p> <p style="text-align: justify;">इस बीच, केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में पिछले करीब एक सप्ताह से रुक-रुक कर हो रही बारिश से घाघरा, शारदा, सई, यमुना समेत विभिन्न नदियां उफान पर हैं और वे कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.</p> <p style="text-align: justify;">घाघरा नदी एल्गिनब्रिज और अयोध्या में खतरे के निशान को पार कर गई है. शारदा नदी पलियाकलां में लाल निशान से ऊपर बह रही है. वहीं शारदानगर में इसका जलस्तर खतरे के चिह्न के नजदीक पहुंच चुका है. सई नदी रायबरेली में खतरे के निशान को पार कर गई है. यमुना नदी का जलस्तर भी प्रयागघाट (मथुरा) में लाल चिह्न से ऊपर निकल गया है. गंगा नदी अंकिनघाट और नरौरा में खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गई है.</p>

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