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Shivsena की पहली कार्यकारणी बैठक में सवारकर को भारत रत्न देने समेत उठे कई मुद्दे, जानें किन-किन बातों को लेकर की गई चर्चा

Shivsena party: 17 फरवरी को चुनाव आयोग के फैसले के बाद शिवसेना का नाम और पार्टी का निशान उद्धव ठाकरे से छिन गया था. अपने 78 पेज के फैसले में निर्वाचन आयोग ने कहा था कि विधानमंडल के सदन से लेकर संगठन तक में बहुमत शिंदे गुट के ही पक्ष गया है.

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