<p style="text-align: justify;"><strong>लखनऊ</strong>: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग ने हाल ही में चपरासी के 62 पदों पर आवेदन मांगे थे, जिसके बाद इन 62 पदों पर कुल 93000 आवेदन आए. हर पद के लिए करीब 1500 लोगों मे आवेदन किया है. इस पद के लिए पांचवीं पास और साइकिल चलाने की अहर्यता रखी गई थी पर इसके लिए ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट्स सहित करीब 700 सौ पीएचडी (डॉक्टरेट) धारकों ने आवेदन किया है. आपको बता दें कि हाल ही में सीएम योगी आदित्यानाथ ने कहा था कि नौकरियां तो बहुत हैं पर सही योग्य उम्मीदवार नहीं मिलता.</p> <p style="text-align: justify;">आवेदकों के आकड़े पर नजर डालें तो चपरासी के इन पदों 50000 ग्रेजुएट, 28000 पोस्ट ग्रेजुएट्स और 3700 पीएचडी होल्डर्स ने आवेदन किया है. कुल 93000 आवेदनकर्ताओं में सिर्फ 7400 उम्मीदवार ही ऐसे हैं, जो पांचवीं पास हैं. ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के साथ-साथ बी-टेक और एमबीए करने वाले लाग भी इस फेहरिस्त में शामिल हैं.</p> <p style="text-align: justify;">आपको बता दें 2015 में लखनऊ में यूपी राज्य सचिवालय में निकले 368 पदों के लिए 23 लाख लोगों ने आवेदन किया था, उनमें से 250 में शोध की डिग्री थी. पब्लिक डोमेन के आंकड़ों के अनुसार, 2015-16 में उत्तर प्रदेश में 7.4 प्रतिशत की बेरोजगारी दर थी, जो कि राष्ट्रीय औसत 5 प्रतिशत से अधिक थी.</p> <p style="text-align: justify;">एडीजी (टेलिकॉम) पीके तिवारी ने कहा कि मैं इस बात से हैरान नहीं हूं कि इस पद के लिए इतने सारे लोगों ने आवेदन किया है, जो ओवर एजुकेटेड हैं. कम से कम हम उन्हें किसी दूसरे टेक्निकल काम पर लगा सकेंगे.</p>
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