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गहराता जा रहा है ATS अधिकारी राजेश साहनी की मौत का रहस्य

<p style="text-align: justify;">लखनऊ: यूपी के सीनियर पुलिस अफसर राजेश साहनी की आत्महत्या का मामला गहराने लगा है.उनके साथी अफसर सीबीआई जांच की मांग पर अड़ गए हैं. राजेश का परिवार तो चुप है. लेकिन उनकी मौत पर आईपीएस एसोसिएशन और पीपीएस एसोसिएशन आमने सामने हो गए हैं. आईजी अमिताभ ठाकुर ने भी आरोप लगाया है कि अपने सीनियर अफसरों से परेशान होकर राजेश ने खुदकुशी कर ली है. इसी बीच डीजीपी ने इस मामले की जांच लखनऊ के एडीजी राजीव कृष्ण को दी है.</p> <p style="text-align: justify;">लखनऊ के आईपीएस मेस में शाम को राजेश साहनी को श्रद्धांजलि देने के लिए एक शोक सभा रखी गयी थी. सभा ख़त्म होते ही पीपीएस अफसरों के दिल का गुबार बाहर निकल आया. पिछले कई घंटों से सब राजेश की मौत से परेशान थे. डीजीपी ओमप्रकाश सिंह ने उन्हें एडीजी राजीव कृष्णा से जांच का भरोसा दिया. लेकिन पीपीएस अफसरों ने ही बात मानने से इनकार कर दिया. सब सीबीआई जांच की मांग पर अड़ गए. पीपीएस अफसरों के एसोसिएशन ने जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों पर केस भी दर्ज कराने की मांग की. एएसपी और एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर के पीए जयप्रकाश सिंह ने कहा " हमें लगता है कि ये मामला गंभीर है और इसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए. अगर सवालों के घेरे में हमारे ही सीनियर अफसर है तो फिर जांच वही क्यों करें"</p> <p style="text-align: justify;"><a href="http://static.abplive.in/wp-content/uploads/sites/2/2018/05/30211512/WhatsApp-Image-2018-05-30-at-8.19.41-PM.jpeg"><img class="alignnone wp-image-874377 size-full" src="https://ift.tt/2srlnOP" alt="" width="640" height="426" /></a></p> <p style="text-align: justify;"><strong>राजेश साहनी को बेटी श्रेया ने दी मुखाग्नि</strong> इस से पहले राजेश साहनी को सबने नम आंखों से आखिरी विदाई दी.एटीएस के एएसपी को उनकी इकलौती बेटी श्रेया ने मुखाग्नि दी. उसने अपने पुलिस अफसर पिता को सलामी भी दी.यूपी के प्रमुख गृह सचिव अरविन्द कुमार, डीजीपी ओमप्रकाश सिंह समेत कई पुलिस अधिकारियों ने राजेश साहनी को आख़िरी विदाई दी. उनके साथ टीवी में काम कर चुके सीनियर पत्रकार शाज़ी ज़मां और विनोद कापड़ी भी इस मौके पर मौजूद थे. पुलिस अफसर बनने से पहले राजेश टीवी न्यूज़ चैनल में काम करते थे.लगातार चार सालों तक वे एक चैनल में काम कर चुके थे. उनके साथ काम करने वाले पत्रकार कापड़ी ने कहा कि " राजेश की मौत की जांच होनी चाहिए . वे कभी आत्महत्या नहीं कर सकते. उनके जैसा जिंदादिल इन्सान ज़िंदगी से कभी हार नहीं सकता है. "</p> <p style="text-align: justify;"><a href="http://static.abplive.in/wp-content/uploads/sites/2/2018/05/30211532/WhatsApp-Image-2018-05-30-at-8.19.42-PM.jpeg"><img class="alignnone wp-image-874378 size-full" src="https://ift.tt/2IY5fzs" alt="" width="640" height="382" /></a></p> <p style="text-align: justify;"><strong>ग्लास्को पिस्तौल से खुद को गोली मारी थी गोली</strong> 29 मई को एटीएस के एएसपी राजेश साहनी ने अपने ही ऑफिस में ग्लास्को पिस्तौल से खुद को गोली मार ली थी. उस वक्त दोपहर के बारह बज कर पैंतालीस मिनट हो रहे थे. राजेश ने अपने ड्राईवर मनोज को कह कर अपने घर से पिस्तौल मंगाई थी. उन्होंने दस दिनों की छुट्टी ले रखी थी. अब सवाल उठ रहे हैं कि छुट्टी के बाद भी आखिर राजेश अपने ऑफिस क्यों गए थे? क्या उस दिन उनकी अपने किसी सीनियर अफसर से कहा सुनी तो नहीं हो गयी थी? उनके साथी एटीएस के ही सीनियर अफसरों पर सवाल उठा रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि सरकारी काम काज को लेकर वे पिछले कुछ दिनों से तनाव में थे. तो असवाल उठता है कि क्या किसी ने राजेश को आत्म ह्त्या के लिए मजबूर किया ? जितने मुंह उतनी बातें. आईजी अमिताभ ठाकुर का कहना है कि राजेश की खुदकुशी का कनेक्शन उनके सरकारी काम काज से ही हो सकता है. यूपी में कानून व्यवस्था के एडीजी आनद कुमार ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया है.</p> <p style="text-align: justify;"><a href="http://static.abplive.in/wp-content/uploads/sites/2/2018/05/30211547/WhatsApp-Image-2018-05-30-at-8.19.41-PM-1.jpeg"><img class="alignnone wp-image-874379 size-full" src="https://ift.tt/2H3rwGu" alt="" width="640" height="426" /></a></p> <p style="text-align: justify;"><strong>1997 बैच के पीपीएस अफसर थे राजेश साहनी</strong> बिहार के पटना के रहने वाले राजेश साहनी की छवि एक बेहद ईमानदार और तेज तर्रार पुलिस अफसर की रही है. वे 1997 बैच के पीपीएस अफसर थे. कई ज़िलों में डीएसपी रह चुके राजेश यूपी के डीजीपी के पीए का काम भी देख चुके हैं. वे दो सालों तक केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए में भी तैनात थे. यूपी पुलिस के कुछ अफसरों का दावा है कि घरेलू कारणों से राजेश ने आत्महत्या की . अगर ऐसा ही था तो वे सुसाइड नोट लिख सकते थे . खुदकुशी करने के लिए वे छुट्टी के बावजूद ऑफिस क्यों जाते ? घर से पिस्तौल क्यों मंगवाते ? अपनी बेटी के टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंस में एडमिशन को लेकर राजेश बहुत खुश थे. इकतीस मई को उन्हें बेटी के साथ मुंबई जाना था. ऐसे हालात में राजेश के पास आत्मह्त्या करने की कोई वजह नहीं थी ? इन सवालों से राजेश साहनी का परिवार भी जूझ रहा है.</p> <p style="text-align: justify;"><a href="http://static.abplive.in/wp-content/uploads/sites/2/2018/05/30211608/WhatsApp-Image-2018-05-30-at-8.19.42-PM-1.jpeg"><img class="alignnone wp-image-874380 size-full" src="https://ift.tt/2kCSUSV" alt="" width="640" height="408" /></a></p> <p style="text-align: justify;">जब राजेश का डेथ सर्टिफिकेट बन रहा था. तो उस पर मौत की वजह खुदकुशी लिखा था. लेकिन राजेश के पिता प्रेम साहनी ने इस पर ऐतराज कर दिया. फिर डेथ सर्टिफिकेट पर मौत का कारण अज्ञात बताया गया. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए राजेश की एकलौती बेटी श्रेया ने कहा " क्या आपको लगता है मेरे पिता सुसाइड कर सकते थे ? आप तो उन्हें जानते थे " . पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है हेड इंजरी से राजेश की मौत हुई है.</p>

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